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गुस्से में है भैंस
हास्य व्यंग रचनाएं
रविवार, 22 मार्च 2009
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मेरे बारे में
शरद तैलंग
सुगम संगीत गायक,व्यंग्यकार रंगकर्मी,ग़ज़लकार,कवि,आयोजक, पूर्व कार्यकारिणी सदस्य राजस्थान संगीत नाटक अकादमी जोधपुर,संयोजक सप्त शृंगार संस्था,
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कोई टाइटल नहीं
मुझको भी तो जेल करा दे
दूध है कि मानता नहीं..
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